Ghum Hai KisiKey Pyaar Meiin - 27th August, 2022 Written Update (हिंदी में) | Gum Hai Kisi Ke Pyar Mein - 27th August 2022 Written Update
आज के एपिसोड में आप देखेंगे की, विराट अपने कमरे में कपड़े चेंज कर रहा होता है, और तभी पाखी वहा पर आ जाती है, फिर पाखी, विराट से कहती है, आई एम सॉरी, मैं कमरे से बाहर चली जाती हूं, तुम आराम से कपड़े चेंज कर लो। तभी विराट कहता है, नहीं नहीं यह तुम्हारा भी कमरा है, तुम यहीं पर रहो और बोल कर विराट बाथरूम में चला जाता है, फिर विराट पुलिस यूनिफॉर्म पहनकर आता है, और तभी पाखी कहती है, विराट तुम बप्पा की मूर्ति लाने जा पाओगे, तो विराट कहता है, हां हर साल में ही जाता हूं, इस साल भी मैं ही जाऊंगा, और बोल कर चला जाता है।
दूसरी तरफ सई, सवी को तैयार कर रही होती है और फिर सवी कहती है, जल्दी करो ना आई, तभी सई कहती है, हां बाबा कर रही हूं जल्दी, रुको तो, फिर सवी कहती है, बप्पा आने वाले हैं, तभी सई कहती है, हां आप हीलोगे नहीं तो मैं करूंगी ना जल्दी, एक मिनट। तभी बाहर से आवाज आने लगती है और सवी उठ कर चली जाती है, फिर सवी जैसे ही बाहर पहुंचती है, वह देखती है बाहर लोग गणपति बप्पा मोरिया का नारा लगा रहे होते हैं, और नाच रहे होते हैं। फिर सवी भी साथ में गणपति बप्पा मोरिया कहने लगती है, और गणपति बप्पा की मूर्ति के पास चली जाती है। उधर विराट भी विनायक के साथ गणपति बप्पा की मूर्ति लेकर आता है, और उधर दूसरी तरफ जगताप की एंट्री होती है, और वह सवी से पूछता है, सवी कैसी है, गणपति बप्पा मोरिया, और फिर जगताप सवी को गोदी में उठा लेता है। तभी उषा मौसी, सई से कहती है, देखा जगताप को कितना बदल गया है वह, मुझे तो विश्वास ही नहीं होता है कि यह वही जगताप है जो कभी गुंडा और बदमाश हुआ करता था, तभी सई कहती है, हां सोचा तो मैंने भी नहीं था कि इसमें इतना सुधार आ जाएगा, लेकिन हां बदल तो गया है।
वही दूसरी तरफ चौहान निवास में पाखी, गणपति बप्पा का स्वागत करती है, और फिर पाखी, विराट के पैर धोती है, तभी बैकग्राउंड में गाना बजने लगता है और विराट को अपनी और सई की पुरानी बातें याद आने लगती है, फिर पाखी, गणपति बप्पा की आरती करती है, और सभी लोग गणपति बप्पा मोरिया कहते हैं, और विराट घर के अंदर आ जाता है। उधर सवी कहती है, मुझे बप्पा को उठाना है, और उषा मौसी, सवी को गणपति बप्पा दे देती है, फिर उषा मौसी, सवी से कहती है, पकड़ो संभाल के, फिर सई, सवी के पैर धोती है, और आरती करती है, फिर सवी घर के अंदर जाती है, तभी अचानक से सवी दौड़ कर जाती है और गणेश परिवार को लाकर बप्पा की मूर्ति के बगल में रख देती है, और कहती है यह देखो बप्पा की हैप्पी फैमिली।
दूसरी तरफ चव्हाण निवास में काकू, पाखी से कहती है, पत्रलेखा बेटा पूजा शुरू करो, तभी विनायक कहता है, ओह नो, तो पाखी, विनायक से पूछती है क्या हुआ? तभी विनायक कहता है, मैं एक चीज तो भूल ही गया, एक मिनट में आया और कहीं चला जाता है। फिर विनायक अपने बैग में से सवी की दी हुई गणेश परिवार की मूर्ति निकालता है, और फिर तभी सई और सवी की फोटो गिर जाती है, फिर विनायक, विराट से पूछता है, बाबा मैं इनको बप्पा के बगल में रख दूं, तभी विराट कहता है जा रख दे बेटा। फिर पाखी, विनायक से पूछती है, वीनू यह कहां से लिया, तभी विनायक कहता है, मेरी एक फ्रेंड ने मुझे गिफ्ट दिया, उसने कहा कि बप्पा को अकेला नहीं रखना चाहिए, उनके आई बाबा के साथ रखना चाहिए, तब तो होगी हैप्पी फैमिली, फिर पाखी कहती है, अरे वाह तुम्हारी फ्रेंड तो बड़ी समझदार है, क्या नाम है उसका?
विनायक कहता हैं सवी, फिर तभी पाखी हैरान हो जाती है, और कुछ सोचने लगती है, फिर तभी पंडित जी कहते हैं, आप लोग बप्पा की पूजा करने के लिए आगे आ जाइए। फिर विराट मूर्ति की पूजा कर रहा होता है, तभी अचानक से विनायक गिरने वाला होता है और फिर तभी पाखी पकड़ लेती है, फिर पाखी विनायक से कहती है, वीनू तुम बैठ जाओ तुम्हारे पैर दुखने लगेंगे, तभी विनायक कहता है, नहीं मैं ऐसे ही ठीक हूं, फिर सई और विराट दोनों के घरों में गणपति बप्पा की पूजा होती है। दूसरी तरफ सई, सवी से कहती है, सवी अब जैसे जैसे मैं बप्पा की पूजा में करूंगी, ध्यान से देखना ओके।,तभी उषा ताई, सवी से कहती है, सवी बेटा सब कुछ अच्छे से देख लेना हां बड़े होकर तुम्हें ही यह सब करना है, तभी सवी कहती है, मैं कर लूंगी और अब तो पेड़ ने भी कह दिया है, फिर उषा मौसी पूछती है पेड़ ने, पेड़ ने क्या कह दिया? तभी सवी कहती है, उसमें लिखा था ना मेरे बाबा जल्दी आएंगे, और फिर ये सुनकर सई उदास हो जाती है। तभी सवी कहती है, अगले साल से देखना मैं, मेरे बाबा और मेरी आई तीनों मिलकर पूजा करेंगे, और हमारी होगी हैप्पी फैमिली, फिर तभी गांव की एक औरत कहती है, अरे वाह बप्पा की मूर्ति तो बहुत ही सुंदर है, सजावट भी तो देखो मानना पड़ेगा सई ताई जैसी सुंदर सजावट किसी की नहीं होती।
दूसरी तरफ चौहान निवास में विराट जैसे ही दिए की तरफ देखता है उसे फिर से अपनी और सई की पुरानी बातें याद आने लगती हैं, और वह गलती से पाखी को सई बुला देता है। फिर विराट, पाखी से कहता है, आई एम सॉरी, वह गलती से मैंने। फिर विराट और सई अपने अपने घर में बप्पा की आरती करते हैं, तभी सोनाली काकू, ओमी काका को इशारे से ताली बजाने को कहती है, फिर ओमी काका कहते हैं, सब लोग तो बजा ही रहे हैं ना ताली, मैं कोई चाबी से चलने वाला बंदर नहीं हूं की चाबी भरी और ताली बजाने लगूंगा, अपनी मर्जी का मालिक हूं मैं, मन करेगा बजाऊंगा नहीं मन करेगा नहीं बजाऊंगा, तुमको तो पता है कि शुरू से ऐसा ही हूं और हमेशा ऐसा ही रहूंगा समझ लो। दूसरी तरफ आरती खत्म होने के बाद सवी, जगताप से कहती है, अंदर आओ ना और फिर उसे खींच कर ले आती है और कहती है, चलो ना बप्पा के पास तो चलो, तभी जगताप कहता है, बप्पा का आशीर्वाद मेरे तक आ जाएगा, तुम टेंशन मत लो।
फिर सवी, जगताप से अंदर आने की ज़िद करने लगती है, तभी उषा मौसी, सई से कहती है, सई आज गणेश चतुर्थी है, कम से कम आज के दिन तो जगताप को अंदर आने दे, उसे बप्पा का आशीर्वाद तो लेने दे, तभी सई कहती है, नहीं वह जहां है वही ठीक है, फिर उषा मौसी कहती है, लेकिन सवी बार बार उसे अंदर बुला रही है, उसने तो पूरी तरह खुद को बदल दिया है बेचारा, तभी सवी बप्पा की मूर्ति के पास आकर कहती है, गन्नू आपको तो मेरी विश पता है ना, मैं हर बार वही विश मांगती हूं ना, मेरे बाबा को मेरे पास भेज दो, जब मेरे बाबा मेरे पास आ जाएंगे ना तब मैं कभी आपसे कुछ भी नहीं मांगूंगी, पिंकी प्रॉमिस और आपने मेरी विश सुनी है ना तो उसको पूरी भी कर देना प्लीज। फिर उषा मौसी, सई से कहती है, अगर कहीं बप्पा ने उसकी इच्छा पूरी कर दी और उसके बाबा उसके सामने आकर खड़े हो गए, तो तब क्या करोगी तुम सई, जिंदगी भर उसे अपने बाबा से तुमने दूर रखा, लेकिन तुम्हें भी यह बात पता है, बप्पा की मर्जी के आगे इंसान की मर्जी नहीं चलती है।
तभी सई कहती है, इस लड़ाई में बप्पा मेरा ही साथ देंगे, बप्पा हमेशा सही का साथ देते हैं, और वह अच्छी तरीके से जानते हैं कि मैं इस बार सही हूं, सवी सिर्फ और सिर्फ अपनी आई की बेटी है, बहुत जल्द वह यह बात समझ जाएगी कि उसे अपने बाबा की जरूरत नहीं है, वह आदमी जिसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी, मैं उसे सवी की जिंदगी बर्बाद नहीं करने दूंगी, वह आदमी जिसकी वजह से मैंने अपना एक बच्चा खो दिया, मैं उसका साया भी अपने दूसरे बच्चे पर नहीं पड़ने दूंगी, सवी हर साल बप्पा से मन्नत मांगती है, मैं भी मांगती हूं।
प्रीकैप : अश्विनी काकू, विराट से कहती है, मैंने तुम्हारे लिए यह मांगा की जो गुजर चुका है वह तुम्हारी जिंदगी से हमेशा हमेशा के लिए चला जाए, दूसरी तरफ सई, उषा ताई से कहती है, विराट मेरी जिंदगी से हमेशा हमेशा के लिए जा चुके हैं उषा मौसी, विराट और मेरे रिश्ते ने उस हादसे से पहले ही दम तोड़ दिया था। वही चौहान निवास में विराट, अश्विनी काकू से कहता है, मानता हूं कि सई को गए हुए बहुत साल बीत गए, लेकिन आई मेरे मन में अभी भी सई की जो यादें हैं, तभी अश्विनी काकू कहती है, क्या यादें, तुम्हें अपने आप को समझाना होगा सई तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुकी है।
उधार सई, उषा मौसी से कहती है, मैं घर छोड़कर क्या गई, वह मुझसे इतना नाराज हो गए कि ढूंढने कभी नहीं आए और आप चाहती हैं कि मैं विराट के बारे में सवी को बता दूं, तभी सवी येसब सुन लेती है, और फिर सई से पूछती है, विराट कौन है आई।