Ghum Hai KisiKey Pyaar Meiin - 30th August, 2022 Written Update (हिंदी में) | Gum Hai Kisi Ke Pyar Mein - 30th August 2022 Written Update
आज के एपिसोड में आप देखेंगे की पाखी, विनायक का बैग लेने बाहर जाती है, तब तक सई और सवी की फोटो वहां से उड़ चुकी होती है, फिर पाखी वहां से विनायक का बैग और लेप की बोतल लेकर आती है, और फिर रूम में जाकर पाखी, विराट से पूछती है, विराट क्या यह लेप लगाना सही रहेगा? तभी विराट कहता है, चिंता मत करो, डॉक्टर ने ही दिया है, मतलब हमारे डॉक्टर ने नही, वहां कैंप मैं जिस डॉक्टर ने वीनू का इलाज किया था, उन्होंने ही दिया है। तभी पाखी कहती है, वीनू को कैंप में इलाज की जरूरत पड़ी थी? फिर विनायक बोलता है बहुत दर्द हो रहा है बाबा, और फिर पाखी उसे वह लेप लगाने लग जाती है, तभी विनायक कहता है, डॉक्टर आंटी बहुत अच्छी थी, उन्होंने कहा था अगर मैं पक्का डिसाइड कर लूं तो मैं लाइफ में कुछ भी पा सकता हूं, कुछ भी कर सकता हूं, वह कह रही थी, मै रेस में पार्टिसिपेट कर सकता हूं, और वह सवी वह भी बहुत अच्छी है, उसने मुझे गंदे बच्चों से भी बचाया था।
फिर पाखी कहती है, कैंप में और क्या क्या हुआ है बेटा? तुमने मुझे कुछ बताया क्यों नहीं, और फिर पाखी विराट की और देखकर कहती है, विराट तुमने भी मुझे कुछ भी नहीं बताया, कम से कम तुम तो बता सकते थे ना, मैं मां हूं उसकी, तभी विनायक कहता है मम्मा, मैंने बाबा को भी कुछ नहीं बताया था, क्योंकि उससे पहले ही सवी और डॉक्टर आंटी ने सब कुछ ठीक कर दिया था, और पापा ने गंदे बच्चों को भी समझा दिया था, फिर विराट, पाखी से कहता है, आई एम सॉरी पत्रलेखा, मैंने तुम्हें नहीं बताया, तभी पाखी कहती हैं, बस विराट, और कुछ नहीं तो कम से कम वीनू से जुड़ी जरूरी बातें तो मुझे बता ही सकते हो ना। दूसरी तरफ सवी बाहर बैठकर कुछ कर रही होती है, तभी जगताप कुछ आवाज निकालता है, फिर सभी पूछती है, कौन है कौन है? फिर तभी सवी जगताप को देखती है, और कहती है, हाय जग्स वहां क्यों खड़ा है? अंदर आना, तभी जगताप, सवी को कहता हैं, अरे धीरे बोलना मैं इधर ठीक है, मैं अंदर नहीं आएगा, फिर सवी कहती है क्यों? तभी जगताप कहता है, तेरी आई ने देख लिया ना, तो मार मार के चूहा बना देगी मेरे को, फिर सवी कहती है ठीक है, मैं ही आ जाती हूं, तभी जगताप कहता है, मेरी मां, नहीं नहीं, तू सुनती क्यों नहीं रे? तू ना आज मेरा बैंड बजा कर ही रहेगी।
तभी सवी कहती है, चिल्ल ऐसा कुछ भी नहीं होगा, और फिर जगताप सवी के पास जाकर कहता है, ए तेरे चिल्ल के चक्कर में मेरे को बिल भरना पड़ेगा। फिर सवी कहती है, क्या नहीं सकता कि तू दोस्त है उसका, तभी जगताप कहता है, ए टिंगू मास्टर मेरे को बोल रही है तू? तेरी आई को पता चलेगा ना, ऐसा कच्चा चबा जाएगी मेरे को, तभी सवी कहती है, हो कैसे चबा जाएगी? वह तो पेशेंट को देखने गई है। तभी जगताप खुश होकर कहता है, अच्छा हॉस्पिटल में गई है क्या? अच्छा ऐसा बोल ना यार, मेरे को काहे को डराती है तू, तेरे को पता है क्या? तेरी आई जो है ना, मैं बहुत डरता हूं उससे, फिर सवी ये सुनकर जोर जोर से हंसने लग जाती है, और फिर तभी जगताप गिफ्ट निकालकर सवी को देता है, और कहता है, गणपति का गिफ्ट है तेरे लिए, फिर सवी बंदूक देख कर खुश हो जाती है। तभी जगताप कहता है, तू मेरे को बोलती थी ना, तेरे को बड़ी होकर पुलिस वाली बनने का है, अब क्या करने का है? ऐसे बंदूक लेने का है, और गुंडे लोग है ना, उनको ऐसे सबक सिखाने का, और फिर सवी बंदूक से खेलने लग जाती है, तभी जगताप कहता है, इधर आ, 1 मिनट रुक एक और गिफ्ट है, और फिर जगताप चश्मा निकालकर सवी को लगा देता है, फिर जगताप कहता है, कड़क, अब तू लग रही है पुलिस वाली, तभी सवी कहती है थैंक्यू, जग्गू मामा, फिर जगताप कहता है, तेरे को कितनी बार बोला है मैंने, मामा नहीं बोलने का, बोला है ना, तभी सवी कहती है, अच्छा सॉरी, सॉरी जैक्स। फिर जगताप कहता है, क्या बोलेगी मेरे को?
तभी सवी बोलती है, जैक्स, फिर जगताप खुश हो के बोलता है, ऐसे जैक्स बोलती है, मुझको बहुत अच्छा लगता है मुझे लगता है मैं इंग्लैंड से आया है, अब मुझे एक बात बता तुझे बंदूक दिया मैं, बंदूक से क्या करेगी तू? तभी सवी कहती है, सारे गुंडों और बदमाशों को पकड़ा दूंगी, और जो मुझे उठा कर ले जा रहे थे ना, उसकी तो खैर नहीं, फिर जगताप कहता है, कौन उठाकर ले जा रहा था तेरे को? किसने कोशिश की? और किसकी हिम्मत है? तूने मुझे बताया क्यों नहीं, उसे तो छोडूंगा नहीं मैं, अभी मैं जा रहा हूं, तू अंदर जाकर खेल, और सवी अंदर जाने लगती है, और फिर अंदर जाकर उसे चिढ़ाती है बाय बाय जग्गू मामा बोलकर हंसकर अंदर भाग जाती है। फिर जगताप कहता है, मैं कट्टी ले लूंगा तुमसे, मामा नहीं बोलने का मेरे को। दूसरी तरफ पाखी आयरन कर रही होती है, और तभी वहा पर विराट आता है, और पाखी से कहता है पत्रलेखा, कितनी देर पहले मैंने एक दवाई रखी थी वहां पर, वह वैसी की वैसी पड़ी है, दवाई क्यों नहीं खाई? तुम अपना ख्याल क्यों नहीं रखती हो? दिन भर घर संभालती हो, बाहर व्यापार का काम देखती हो, आई, बाबा, काकू सब का ख्याल रखती हो, वीनू की भी जिम्मेदारी उठाती हो, तो तुम, फिर पाखी कहती है, मैं यह सब इसलिए नहीं करती, क्योंकि यह मेरी जिम्मेदारी है, बल्कि इसलिए करती हूं, क्योंकि मुझे यह सब करना दिल से पसंद है, और तुम्हारा क्या विराट? दिल से नहीं कम से कम अपनी जिम्मेदारी समझकर बता देते, कि हमारा बच्चा तकलीफ में है, मैं भी वीनू से इतना प्यार करती हूं, उसका इतना ख्याल रखती हूं, लेकिन ना वह मुझसे कुछ शेयर करता है, और ना ही मुझे कुछ बताता है, और ना तुमसे जुड़ा हुआ महसूस करता है, और अब जब तुम वीनू से जुड़ी कोई चीज मुझसे शेयर नहीं करते हो, तो मुझे ऐसा अलग अलग सा महसूस होता है, मैं अपनी तरफ से तो पूरी कोशिश कर रही हूं ना, तो तुम्हें भी तो अपनी तरफ से कुछ कोशिश तो करनी चाहिए विराट, कम से कम मेरे पति होने के नाते, विनायक के बाबा होने के नाते, मुझे इतना तो तुम बता ही सकते हो ना कि मेरे बच्चे को क्या चाहिए क्या नहीं। तभी विराट कहता है, आगे से ध्यान रखूंगा, और मैंने यह बात तुमसे जानबूझकर नहीं छुपाई है, तुम क्यों अपना दिल छोटा कर रही हो, देखो वह अभी छोटा है, बच्चा है, बड़ा होगा तो जरूर समझेगा, और तुमसे भी करीब होगा, मुझसे भी तो नाराज होता है ना वह, प्लीज थोड़ा वक्त दे दो उसे, बड़ा होने दो, ऐसे टेंशन मत लो प्लीज, और वह दवाई खा लो प्लीज।
फिर पाखी कहती है, मैं बाद में खा लूंगी, तभी विराट कहता है, वह दवाई है नाश्ता नहीं, फिर विराट वो दवाई लाकर पाखी को देता है, और कहता है, हाथ आगे करो, दवाई ले लो, और फिर पाखी दवाई ले लेती है, तभी विराट पाखी से पूछता है, क्या सोचने लग गई? पाखी कहती है, मैं सोच रही थी कि कैंप के दौरान विनायक जिस डॉक्टर से मिला था, उस डॉक्टर का दिया हुआ लेप हमें वीनू को लगाना चाहिए? फिर विराट कहता है, उस डॉक्टर के दिए हुए लेप की वजह से ही तो वीनू को आराम मिला है, उससे भी बड़ी बात यह है कि जब से उस डॉक्टर से मिला है, बहुत पॉजिटिव सोचने लग गया है, उसके अंदर एक विश्वास जगा है कि वह ठीक हो सकता है, तभी पाखी कहती है, हां वह तो है, और सवी के बारे में भी काफी बातें करता रहता है। फिर विराट सवी की बातें याद करने लगता है, जब वह सभी से मिला था, और हंसने लगता है, फिर पाखी से कहता है, मिला हूं मैं उससे, बहुत प्यारी बच्ची है बातूनी, तभी पाखी कहती है, वह तुम्हें किसी और वजह से भी स्पेशल लगती होगी है ना? तुम और सई अपनी बेटी का नाम सवी रखना चाहते थे ना, फिर विराट कहता है, तुम्हें याद है?तभी पाखी कहती है, भूले तो तुम भी नहीं हो विराट, सई की एक एक बात तुम्हें याद है, फिर ये सुनकर विराट वहां से चला जाता है और पाखी कुछ सोचने लग जाती है।
दूसरी तरफ सवी गांव की औरतों के साथ खेल रही होती है, तभी वहां पर एमएलए आता है, और पूछता है कहां है तुम्हारी मास्टरनी? फिर सई वहां पर आकर एमएलए से पूछती है, मैं तो यहां हूं, तुम यहां पर क्या कर रहे हो? तभी एमएलए कहता है, मैं यहां गणपति बप्पा के दर्शन करने आया हूं, बप्पा तो सबके होते हैं, मेरे हैं तुम्हारे भी हैं, और बप्पा के दर्शन कोई भी कर सकता है, और फिर बोल कर घर के अंदर जाने लगता है। तभी सई आकर कहती है, मुद्दे की बात बोलो? क्यों आए हो यहां पर? एमएलए कहता है, अरे मास्टरनी आपकी यही बात मेरे को बहुत अच्छी लगती है, जलेबी पसंद नहीं है आपको, क्यों? लेकिन क्या है मास्टरनी मेहमान आए है घर पर बैठने को भी नहीं बोला, तभी सई कहती है, बिन बुलाए मेहमान पसंद नहीं है मुझे, तो या तो अपनी बात बोलो, वरना चलो निकलो यहां से, फिर एमएलए कहता है, खाली पीली गुस्सा हो रही है, खाली पीली गुस्सा होना सेहत के लिए बहुत खराब होता है, आप डॉक्टर हो, आपको तो इतना पता होना चाहिए, है कि नहीं, और फिर एमएलए अपने सहयोगी से कहता है, मैडम के लिए जो गिफ्ट लाये है, तोहफा लेकर आ जा, फिर सई वो गिफ्ट देखकर पूछती है, क्या है यह? तभी एमएलए कहता है, बोला ना गिफ्ट तोहफा, फिर सई कहती है, देखो एक तो तुम जबरदस्ती मेरे घर में घुस आए हो। तभी एमएलए कहता है, ए मास्टरनी क्या मजाक कर रही है आप? मैं घुस आया हूं आपके घर में? आप घुस आयी है, मेरे इलाके मै, और ऊपर से उल्टा मेरे से सवाल जवाब कर रही है, यह क्या है? वह क्या है? ए मास्टरनी आपने अपने अस्पताल के लिए जो जगह ले रखी है ना, वह मैंने बहुत पहले से ही अपनी रिजॉर्ट के लिए देख रखी है, मतलब यहां आपके आने से बहुत पहले से ही, लेकिन आपको यहां क्या करना है? समाज सेवा करनी है, अस्पताल बनवा कर, दोनों का उद्देश्य, उद्देश्य बोले तो मकसद, एक ही है, मेरे को भी समाज सेवा करनी है, लेकिन रिजॉर्ट बनवाकर, जब लोग आएंगे मौज करेंगे, मस्ती करेंगे, खुश रहेंगे, तो बीमार नहीं पड़ेंगे, बीमार नहीं पड़ेंगे तो फिर अस्पताल की क्या जरूरत है?
फिर ये बोलकर एमएलए जोर जोर से हंसने लग जाता है, और फिर कहता है, यह सोचो जो रिजॉर्ट बनने के बाद सब लोगों को क्या रोजगार मिलेगा? आप भी टेंशन मत लो, आपको खाली हाथ नहीं जाने दूंगा, मैं एक नंबर का प्रस्ताव लेकर आया हूं, मैं आपको जो चाहिए ना, सीधा मेरे से मांगने का, कब तक एक छोटे से घर में छोटी सी बच्ची के साथ रह रही हैं, आपका साइकिल से आना जाना, तो मेरा प्रस्ताव ले ले, और अस्पताल बनवाने का विचार अपने दिमाग से निकाल दे, मेरे धंधे के बीच में मत आ, एहसान नहीं मांग रहा हूं मैं, पैसा दे दूंगा, मैं बहुत तगड़ा पैसा, फिर तेरे पास सब कुछ होगा, ऐसो आराम की हर चीज होगी।बंगला, गाड़ी, इज्जत, यह छोटी सी बच्ची सबको डायलॉग मारेगी मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, इज्जत है, दौलत है, तभी सई चिल्लाकर बीच में उसे चुप करके कहती है, तेरी हिम्मत कैसे हुई? मुझे रिश्वत देने की, तू जानता है? मैं कौन हूं? मैं पुलिस वाले की बेटी हूं, एक पुलिसवाले की बोलते बोलते बीच में रुक जाती है। फिर सई कहती है, और मैं ना तुम जैसे आदमियों से कभी हाथ नहीं मिलाती और ना ही तुम्हारे सामना करने से कतराती हूं, मुझसे दूर रह समझना, और फिर सई उसके गिफ्ट को लेकर बाहर फेंक देती है, फिर यह देखकर एमएलए को गुस्सा आ जाता है और फिर कहता है, तुमने यह ठीक नहीं किया।
तभी सई कहती है यही ठीक किया है, बप्पा के सामने गंदगी नहीं रखनी चाहिए, इसलिए गंदगी निकाल कर बाहर फेंक दी, अब तुम लोग भी चलो बाहर निकलो, फिर एमएलए कहता है, हिसाब भी हमेशा बराबर का होता है, तूने मेरा यह मॉडल उठाकर घर के बाहर फेका है ना, तो देखना यही मॉडल तेरे को इस घर से उठाकर बाहर फेंक देगा, और फिर एमएलए गणपति बप्पा मोरिया बोल कर वहां से चला जाता है।
प्रीकैप : काकू, घरवालों के सामने, विराट और पाखी को कहती है, अरे वीनू बार बार सवी सवी कह रहा है, तो इसका मतलब, उसे एक छोटा भाई या छोटी बहन चाहिए, अब वह तो तुम दोनों ही दे सकते हो ना, फिर ये सुनकर विराट और पाखी कुछ सोचने लगते हैं। वही दूसरी तरफ सई, सवी से पूछती है, सवी इतनी रात को किस को फोन कर रही हो?
इधर वीनू के फोन पर सवी का फोन आता है, फिर विनायक बहुत खुश हो जाता है, और तभी विनायक, विराट को बताता है की सवी का कॉल है, फिर विराट, सवी से पूछता है, कैसी हो सवी तुम? और फिर वीनू भी सवी से बात करता है, और तभी अचानक से वीनू कहता है, डॉक्टर आंटी, फिर ये सुनकर विराट और पाखी हैरान हो जाते है।