Ghum Hai KisiKey Pyaar Meiin - 31st August, 2022 Written Update (हिंदी में) | Gum Hai Kisi Ke Pyar Mein - 31st August 2022 Written Update
आज के एपिसोड में आप देखेंगे की, जैसे ही एमएलए सई के घर से बाहर निकलता है, तभी जगताप भी वहा पर आ जाता है, और एमएलए के सहयोगी का कॉलर पकड़कर कहता है, क्या रेे तेरी हिम्मत कैसे हुई? सवी की तरफ आंख उठाकर देखने की? फिर एमएलए कहता है, सई के साथ या उसकी बेटी के साथ कुछ लफड़ा होता है, तो तेरे अंदर आग क्यों लगती है रें, कौन है तू उसका? मामा है? या चाचा है? तभी जगताप हंस कर कहता है, ऐसा है, अब सवी के साथ मेरा क्या रिश्ता है? मैं तेरे को बाद में फिर से समझाएगा, लेकिन अभी मैं तेरे साथ मेरा क्या रिश्ता है ना, वो तेरे को बोलने आया है, फिर सहयोगी, एमएलए से पूछता है, भाऊ क्या ये आपका रिश्तेदार है? तभी जगताप बोलता है, और नहीं तो क्या, बाप है मैं इसका, बोला है ना इसने, कौन है मैं तेरा? बाप, दिमाग में बैठा ले। तभी एमएलए कहता है, नहीं नहीं, सत्ता है ना सत्ता, उसका कॉलर नहीं पकड़ने का। वह क्या होता है ना, गले का फांस बन जाता है। फिर जगताप हंसते हुए कहता है, सत्ता, सत्ता ए एमएलए मुझे पता है, तू बहुत बड़ा नेता है, लेकिन तुझे पता नहीं है, मेरा बाप जो है ना, वह तेरे जैसे सौ एमएलए जेब में लेकर घूमता है, इसलिए मुझे नहीं सिखाने का, मैं तुम्हें एक बात सिखाऊंगा, इसलिए यह फालतू बड़बड़ मेरे सामने नहीं करने का, देखो लास्ट बार समझा रहा हूं, प्यार से और इज्जत से, सई और सवी से दूर रहने का, अगर फिर भी तेरी खोपड़ी में बात नहीं घुसती है, तो मैं तुझे दूसरी तरीके से समझा लूंगा, चल निकल, फिर एमएलए वहां से अपने साथियों को लेकर चला जाता है, और सई यह सब देख रही होती है।
फिर सई घर से बाहर आती है, और जगताप से पूछती है, तू यहां क्या कर रहा है? फिर जगताप कहता है कुछ नहीं, ऐसे ही, तभी सई उसकी तरफ देखने लगती है, फिर जगताप कहता है, अच्छा वो गुलाबराव? मैं उन लोगों को यह बोल रहा था कि गणपति बप्पा मोरिया, अभी गणपति 10 दिन तो गणपति बप्पा मोरिया, तभी सई कहती है, बोल लिया झूठ, फिर जगताप कहता है, झूठ और मैं नहीं, तभी सई कहती है, देख जगताप मुझे पता है तू क्या कर रहा था, मैंने तुझे पहले भी कहा है, और अब दुबारा कह रही हूं, मुझे तेरी मदद की कोई जरूरत नहीं है, हॉस्पिटल में मैंने तेरी जान बचाई, तू उससे बदल गया होगा, बहुत अच्छी बात है, तूने दादा के खून की सजा काटी, ठीक है, लेकिन मेरी हिफाजत के लिए मुझे किसी की जरूरत नहीं है, मेरे लिए, मेरी बेटी के लिए, मैं अकेली काफी हूं, और प्लीज मेरी मदद करने की कोशिश मत करना, फिर सई, सवी को दी हुई गन जगताप के हाथ में पकड़ा कर कहती है, आइंदा से मेरी बच्ची को कुछ मत देना, मेरी बेटी किस खिलौने से खेलेगी, और किसके दिए खिलौनों से खेलेगी, वह मैं डिसाइड करूंगी, फिर ये बोलकर सई घर अंदर चली जाती है। दूसरी तरफ चव्हाण निवास में वीनू कहीं जा रहा होता है, तभी काकू वहा पर आ कर कहती है, वीनू चल मेरे साथ, तो वीनू पूछता है, आप मुझे कहां लेकर जा रही हो? तभी काकू इशारे में कहती है, धीरे बोल कोई सुन लेगा, और फिर उसे उठाकर ले जाकर चेयर पर बैठा देती है, और फिर तभी दराज में से मोदक निकालकर, वीनू को देती है और कहती है, तुझे मोदक बहुत पसंद है ना, हमेशा करते रहते हो उकड़ीचे मोदक, उकदिचे मोदक, यह देखो मै कितने सारे मोदक लाई हूं तेरे लिए, खाओ, और फिर वीनू मोदक खाने लगता है, और तभी काकू कहती है, आई बाबा को मत बोलना कि मैंने तुझे खाना खाने से पहले मोदक खिलाया, सीक्रेट रखना।
फिर वीनू कहता है,काकू अज्जी अपना सीक्रेट, और फिर काकू प्यार से वीनू को गले लगा लेती है, और इमोशनल हो जाती है, तभी वीनू पूछता है, क्या हुआ काकू आजी। फिर काकू कहती है, कुछ नहीं, चल अब खाना खाने का वक्त हो गया है, यह सारे मोदक मैं मुझे खाना खाने के बाद खिलाऊंगी, फिर वीनू को लेकर डाइनिंग टेबल पर आ जाती है, और घर के सब लोग वहां होते हैं। तभी वीनू कहता है, मम्मा मुझे यह नहीं खाना, मुझे तो मॉम बोलते बोलते रुक जाता है, फिर पाखी पूछती है मॉम, तभी वीनू कहता है, मेरी क्लास में सब अपनी मम्मा को मॉम बोलते हैं ना, तो मैंने सोचा मैं भी ट्राई कर लूं यह ठीक है, मम्मा, फिर तभी वीनू कहता है, मुझे यह नहीं खाना, मुझे कुछ टेस्टी अच्छा सा खाना है, जैसा मैंने सवी के यहां खाया था, तभी पाखी कहती है, आखिर यह सवी कौन है? जब से तुम आए हो, बस उसी के बारे में बातें बातें किए जा रहे हो, थोड़े दिन में इतनी अच्छी दोस्त बन गई क्या?
फिर वीनू कहता है, सवी बहुत अच्छी है, और डॉक्टर आंटी भी बहुत अच्छी है, तभी विराट कहता है, अच्छा बेटा अगर खाना नहीं खाओगे, तो स्ट्रांग कैसे बनोगे? क्योंकि सवी तो सब खाएगी, क्योंकि उसे पुलिस ऑफिसर बनना है, फिस्सडी रह जाओगे तुम। फिर ये सुनकर देवी ताई जोर से हंसने लगती है, तभी विराट कहता है, अब बताओ फिस्सडी बनना है? चलो आज बाबा खाना खिलाएंगे, फिर विराट, वीनू को खाना खिलाने लगता है, तभी वीनू कहता है, बाबा सवी हमारे साथ यहां रह सकती है ना? बाबा कितना अच्छा होता अगर सवी मेरी बहन होती, फिर हम एक साथ एक ही घर में रहते, एक साथ ग्रीन वेजीस खाते, और एक साथ खेलते, ड्राइंग बनाते, सब कुछ एक साथ करते।
तभी काकू कहती है, अब तो बच्चे ने साफ साफ कह ही दिया, समझ रहे हो ना तुम दोनों, की बच्चा बार बार उस कैंप वाली बच्ची का नाम क्यों ले रहा है? फिर पाखी कहती है, काकू आप क्या कह रही है मैं कुछ समझी नहीं? तभी शिवानी बुआ कहती है, पत्रलेखा तुम्हारा बेटा यह कहना चाहता है कि उसके साथ खेलने के लिए छोटू सा भाई या छोटू सी बहन आए, है ना। फिर भवानी काकू कहती है, पत्रलेखा और विराट अब वक्त आ गया है, कि तुम दोनों एक और बच्चे के बारे में सोचो, तभी पाखी कहती है काकू, अभी हम दोनों सिर्फ विनायक पर ध्यान देना चाहते हैं, और फिर पाखी वीनू को कहती है, वीनू तुम जल्दी जल्दी अपना खाना फिनिश करो फिर तुम्हें सोना भी है ना, फिर काकू की बात सुनकर विराट सोच में पड़ जाता है। दूसरी तरफ सई, सवी से कहती है, आज मेरी प्यारी गुड़िया कौन सी कहानी सुनाएगी, आज आपका पुलिस ऑफिसर किस को बचाने वाला है, तभी सवी कहती है, आई आप रोज रोज मेरी यह पुलिस ऑफिसर की कहानी सुनकर बोर नहीं होते। फिर सई हंस कर कहती है, क्या बात कर रही हो, बुखार बुखार तो नहीं हो गया आपको, तबीयत ठीक है, क्या बोल रही हो, तभी सवी कहती है, क्या यार आई आज पुलिस ऑफिसर को रेस्ट करने दो आज हम दो बेस्ट फ्रेंड्स की कहानी सुनेंगे, फिर सई, सवी से पूछती है, इन बेस्ट फ्रेंड्स का नाम क्या है, तभी सवी कहती हैं बेस्ट फ्रेंड्स का नाम सवी और विनायक और फिर सई कहती है अरे वाह।
तभी सवी कहानी शुरु करती है, और कहती है, फिर एक दिन विनायक को चोट लग गई, फिर सवी की आई है ना, सुपर वुमन, सुपर वुमन नहीं सुपर डॉक्टर उसने विनायक को ठीक कर दिया, तभी सई कहती है, थैंक्यू थैंक्यू, फिर सवी कहती है, फिर पता है क्या हुआ सोचो सोचो, विनायक ने अपनी स्कूल की रेस में पार्टिसिपेट करके फर्स्ट आ गया, फिर सब ने उसके लिए तालियां बजाई, फिर तभी सई कहती है, आप उसको बहुत मिस कर रहे हो, तभी सवी कहती है, वह बहुत अच्छा है पर बहुत बुरा भी है, सई कहती है, बुरा क्यों है? उसने क्या ग़लत किया है? फिर सवी कहती है, विनायक मुझसे बिना मिले चला गया, और सिर्फ थैंक यू नोट छोड़ गया। तभी सवी, सही सई से पूछती है, आई वह थैंक यू नोट कहां है, फिर सई कहती है, मुझे नहीं पता आपने कहां रखा है, आप उस थैंक यू नोट का इतनी रात को क्या करोगे, तभी सवी फिर से थैंक यू नोट ढूंढने लगती है और सवी को वह मिल जाता है, और फिर सवी, सई से बोलती है, आई बैग दो ना मेरा और फिर उस बैग में से थैंक यू नोट देखती है। और फिर कहती है मैं ही गधी हूं, मैं तो भूल ही गई थी विनायक ने अपना नंबर छोड़ा था। तभी इधर विनायक, विराट से कहता है मैंने तो उसे थैंक यू नोट पर नंबर लिख कर दिया था, उसका अभी तक कॉल नहीं आया बाबा, फिर विराट कहता है, बेटा हो सकता है कि सवी ने तुम्हारा थैंक यू नोट देखा ही ना हो, तभी सवी, सई से कहती है फोन दो ना अपना, फिर सई कहती है, अरे सवी मेरा फोन तो चार्जिंग पर है, तभी सवी कहती है क्या यार आई और बोल कर उषा मौसी के पास जाती है, और कहती है आजी अपना फोन दो ना, फिर उषा मौसी उसे फोन दे देती है और फिर सवी, विनायक को फोन लगाने लग जाती है।
तभी सई आकर कहती है, सवी इतनी रात को फोन कर रही हो विनायक सो गया होगा, फिर सवी कहती है, ठीक है देखती हूं आई, तभी सई कहती है, अरे वीडियो कॉल कर दिया सीधे। उधर विनायक का कौन बजता है, और विराट कहता है अननोन नंबर है, विनू इतनी रात को तुम्हें कौन कॉल कर रहा है। फिर विनायक फोन उठाते ही खुश हो जाता है, और फिर विराट से कहता है, बाबा देखो सवी का फोन है, और तभी सवी कहती है हाय पुलिस अंकल, विराट कहता है, हाय सवी कैसे हो बेटा, सवी कहती है मैं अच्छी हूं। तभी सई, सवी से कहती है, अरे इतनी रात को परेशान नहीं करते और फिर विनायक से बात करने के लिए सवी के पास आ जाती है। तभी विराट और विनायक को फोन में सई की हल्की सी झलक दिखती है। फिर सवी कहती है, आपको पता है पुलिस अंकल, मेरे पास भी आपके जैसी बिग गन थी, मुझे भी आपके जैसे पुलिस ऑफिसर बनना है, पर आईं ने वह ले ली, तभी विराट कहता है, कोई बात नहीं जब मैं आपसे वापस मिलने आऊंगा ना तो मैं आपको ऐसी ही एक गन दूंगा, इनफेक्ट इससे भी बेहतर, उससे प्रैक्टिस करना।
तभी अचानक से नेटवर्क खराब हो जाता है, और फोन कट जाता है, फिर विनायक और सवी दोनों उदास हो जाते हैं, तभी सवी, सई से कहती है आई यहां सिग्नल का इतना प्रॉब्लम क्यों है। तभी सई कहती है, क्योंकि आपको पता है ना यहां पर नेटवर्क का टावर ही नहीं है, तो सिग्नल का प्रॉब्लम तो होगा ना बेटा, पता तो है आपको, फिर सवी कहती है, आई आप सब कुछ ठीक करते हो तो सिग्नल भी ठीक कर दो, फिर सई यह सुनकर हंसने लगती है और कहती है, बेटा मैं कैसे सिग्नल ठीक कर सकती हूं, तभी सवी डांट कर कहती है, आप हंसो मत मैं सीरियस हूं आई, फिर सई कहती है, ओके माझी आई बोलो, और फिर सवी कहती है, सिग्नल ठीक कर दो प्लीज प्लीज, तभी सई कहती है, अरे लेकिन मेरे हाथ में नहीं है ना, सिग्नल ठीक करना, अच्छा एक बात बताओ आपके पास विनायक का फोन नंबर है ना, तो फिर आप उसको कभी भी फोन करके बात कर सकते हो ना। दूसरी तरफ विराट, विनायक को कहता है बेटा कल बात कर लेना सवी से प्लीज।
प्रीकैप : विराट, पाखी से कहता है, पत्रलेखा तुमने इस घर को, इस रिश्ते को, शादी को अपने इतने साल दिए हैं, बदले में बिना कुछ चाहे बगैर, और मैंने तुम्हें क्या दिया, सई की यादों का बोझ, एक रिश्ते का लेबल जो दिल से कभी जुड़ ही नहीं पाया।
दूसरी तरफ सई, उषा मौसी से कहती है, जब वह मुझे लेने नहीं आए तो, क्या आएंगे मौसी, तभी उषा मौसी कहती है, और अगर वह तेरे सामने आकर खड़े हो गए, तब तू क्या करेगी सई, वही दूसरी तरफ विराट, पाखी से कहता है, हम हमारे रिश्ते की एक नई शुरुआत करेंगे।